🌾 अगला सीजन जून, जुलाई किस फसल का है ? जानिए खरीफ फसलों की पूरी जानकारी (2025 गाइड)


भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां की खेती मौसम पर निर्भर करती है। साल में तीन मुख्य कृषि सीजन होते हैं — रबी, खरीफ, और जायद। इस समय यानी मई के अंत और जून की शुरुआत में देश के ज़्यादातर हिस्सों में खरीफ फसल का सीजन शुरू होने वाला है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे: इसे भी पढ़ें https://studyhubkjr.blogspot.com/2025/04/10.html

खरीफ फसल क्या होती है? कौन-कौन सी फसलें खरीफ में बोई जाती हैं? किस राज्य में कौन-सी खरीफ फसल उगाई जाती है? बुआई का सही समय और तरीके अच्छी उपज के लिए सुझाव 📌 खरीफ फसल क्या है? खरीफ फसलें वे होती हैं जिन्हें गर्मी और बारिश के मौसम में बोया जाता है। इन फसलों की बुआई जून–जुलाई में होती है जब मानसून की बारिश शुरू होती है और फसल की कटाई सितंबर–अक्टूबर में की जाती है। इन फसलों को अधिक तापमान, नमी और भरपूर पानी की आवश्यकता होती है। बारिश जितनी संतुलित होगी, उतनी ही बेहतर उपज मिलेगी। 🌿 खरीफ फसलों की सूची:

 

🌿 खरीफ फसलों की सूची:

फसल का नाम उपयोग
🌾 धान (चावल) मुख्य खाद्यान्न, भोजन
🌽 मक्का चारे के रूप में, भोजन
🌱 सोयाबीन तेल, प्रोटीन स्रोत
🥜 मूंगफली तेल उत्पादन
🧂 अरहर (तूर दाल) दाल
🧅 बाजरा मोटा अनाज, भोजन
🧵 कपास वस्त्र उद्योग
🍭 गन्ना चीनी उत्पादन

फसल का नाम उपयोग 🌾 धान (चावल) मुख्य खाद्यान्न, भोजन 🌽 मक्का चारे के रूप में, भोजन 🌱 सोयाबीन तेल, प्रोटीन स्रोत 🥜 मूंगफली तेल उत्पादन 🧂 अरहर (तूर दाल) दाल 🧅 बाजरा मोटा अनाज, भोजन 🧵 कपास वस्त्र उद्योग 🍭 गन्ना चीनी उत्पादन 🗺️ राज्यवार खरीफ फसलें: बिहार: धान, मक्का, अरहर, मूंग, उड़द उत्तर प्रदेश: धान, बाजरा, ज्वार, गन्ना महाराष्ट्र: कपास, सोयाबीन, बाजरा पंजाब और हरियाणा: धान, कपास मध्य प्रदेश: सोयाबीन, मूंगफली, मक्का झारखंड: धान, अरहर, तिल 📅 खरीफ फसलों की बुआई का समय गतिविधि समय बुआई की शुरुआत जून का पहला या दूसरा सप्ताह (मानसून की शुरुआत के साथ) फसल विकास काल जुलाई – अगस्त कटाई का समय सितंबर – अक्टूबर 💧 खरीफ फसलों के लिए जलवायु और सिंचाई: तापमान: 25°C – 35°C बारिश: 800 mm – 1200 mm मिट्टी: जलधारण क्षमता वाली दोमट या काली मिट्टी आवश्यकता: पानी का उचित प्रवाह, जल निकासी भी ज़रूरी 🌱 खरीफ फसल की तैयारी कैसे करें? 1. खेत की जुताई: मानसून आने से पहले खेत की अच्छी तरह जुताई करें। 2. बीज का चयन: प्रमाणित, उन्नत और रोग-प्रतिरोधी बीज लगाएं। 3. उर्वरक का उपयोग: जैविक खाद और संतुलित रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग करें। 4. निंदाई-गुड़ाई: फसल बढ़ने के दौरान समय-समय पर खरपतवार हटाना जरूरी है। 5. सिंचाई और जल निकासी: बारिश के बाद खेत में पानी ना रुके इसका ध्यान रखें। ⚠️ क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? समय पर बुआई करें, देर से बोने पर उपज कम होती है। जलजमाव से बचाव करें, वरना जड़ सड़ने का खतरा होता है। कीटों और बीमारियों से फसल की सुरक्षा जरूरी है, इसके लिए कृषि विभाग से सलाह लें। 🤝 सरकारी योजनाएं और मदद सरकार द्वारा किसानों के लिए खरीफ फसल के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं जैसे: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना कृषि यंत्र अनुदान योजना बी वितरण योजना ई-नाम पोर्टल के जरिए ऑनलाइन बिक्री इनका लाभ उठाकर आप उत्पादन के साथ-साथ मुनाफा भी बढ़ा सकते हैं। खरीफ फसल का सीजन किसानों के लिए सबसे अहम होता है। मानसून से जुड़ी इन फसलों की तैयारी समय रहते करनी चाहिए ताकि अच्छी उपज और अधिक लाभ मिल सके। अगर आप किसान हैं या खेती में रुचि रखते हैं, तो यह समय है अपनी ज़मीन और संसाधनों को तैयार करने का। मौसम विभाग की जानकारी लेते रहें और उन्नत तकनीक का उपयोग करें। 🙏🏻 क्या यह जानकारी उपयोगी लगी? 📢 इस पोस्ट को शेयर करें ताकि दूसरे किसानों तक भी सही जानकारी पहुंचे। ✍️ अपने सवाल कमेंट में जरूर पूछें – मैं जवाब देने को तैयार हूं!

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